देश भर में मौसम प्रणाली: एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान पर औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर स्थित है।
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर असम और इससे जुड़े इलाकों पर है।
एक ट्रफ रेखा पूर्वी बिहार से पूर्वोत्तर असम पर बने चक्रवाती परिसंचरण तक फैली हुई है।
एक ट्रफ रेखा विदर्भ से मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र होते हुए कर्नाटक-गोवा तट से पूर्व मध्य अरब सागर तक फैली हुई है, जो समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैली हुई है।
एक ट्रफ रेखा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक से दक्षिणी तमिलनाडु तक फैली हुई है।
ताजा पश्चिमी विक्षोभ 22 अप्रैल से उत्तर पश्चिम भारत के पास पहुंचेगा।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटों के दौरान, आंतरिक कर्नाटक और दक्षिणी असम में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।
जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हुई।
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पूर्वोत्तर भारत, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर तीव्र बारिश हुई।
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, नीलगिरी पहाड़ियों और सिक्किम में हल्की बारिश हुई।
गंगीय पश्चिम बंगाल में लू से भीषण लू की स्थिति उत्पन्न हुई।
ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बिहार के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति उत्पन्न हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, 21 से 26 अप्रैल के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
21 से 23 अप्रैल के बीच उत्तरी पंजाब, उत्तरी हरियाणा में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत में 20 से 24 अप्रैल के बीच हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाएं संभव है।
21 और 26 अप्रैल को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है
21 से 26 अप्रैल के बीच मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में और 21 और 22 अप्रैल को कोंकण और गोवा में हल्की बारिश संभव है।
21 से 24 अप्रैल के बीच केरल, तटीय आंध्र प्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में छिटपुट वर्षा हो सकती है।