मानसून 2024 अपने आखिरी वक्त में गुजर रहा है। इस समय लद्दाख, जम्मू कश्मीर, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान और हरियाणा के पश्चिमी इलाकों में मानसून की बारिश रुक चुकी है।
हालांकि लगातार बन रहे मौसमी तंत्रों के कारण उत्तर-पूर्वी हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड, मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में मानसून रुक-रुक कर सक्रिय बना हुआ है।
आगे भी मॉनसून कुछ ऐसे ही प्रदर्शन करता रहेगा। देश के उत्तरपश्चिमी भागों में अब मॉनसून की बरसात लंबे तक होती दिखाई नहीं दे रही, जिनमे जम्मु कश्मीर, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान के भाग शामिल है।
वही हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दक्षिणपूर्वी पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान के मध्य एवम पूर्वी इलाकों में बरसात रुक रुककर जारी रहेंगी।
कल का मौसम पूर्वानुमान:
मौसमी चक्र:
- एक कमजोर WD इस समय पश्चिमी हिमालय क्षेत्र पर बना हुआ है।
- एक कमज़ोर CC दक्षिण हरियाणा पर बना हुआ है।
- मॉनसून axis बीकानेर, सीकर, ग्वालियर, खजुराहो, बिलासपुर और ओडिशा पर बने DD के बीच से गुजर रही है।
- बंगाल की खाड़ी में बना DD अब ओडिशा पर पहुंच गया है जो अगले 24 घंटो में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भारी बारिश देने वाला है।
कल पंजाब के नवांशहर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, मलेरकोटला, संगरूर, मानसा, पटियाला, मोहाली, चंडीगढ़ जिलों में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है, कही कही तेज बारिश की भी सम्भावना बन रही है।
पठानकोट, गुरुदासपुर, होशियारपुर, अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, फिरोजपुर, मोगा, बरनाला, भटिंडा, फरीदकोट, मुक्तसर जिले में मौसम लगभग साफ ही बना रहेगा। हालाकि सुबह या दोपहर बाद कुछ एक जगह हल्की बारिश होने की उम्मीद है। लेकिन कोई बड़ी मौसमी कार्यवाही नही होगी।
हरियाणा में कल मॉनसून के हल्के सक्रिय रहने की प्रबल संभावना है। कल राज्य के पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी जिले में कई जगह हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी। कुछ जगह भारी बारिश भी हो सकती है।
करनाल, पानीपत, सोनीपत, दिल्ली, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, गुड़गांव, झज्जर, रोहतक और सिरसा (खासकर पूर्वी इलाके) जिले में बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश की सम्भावना है, कुछ एक जगह जगह तेज बारिश भी हो सकती है।
राजस्थान के पूर्वी हनुमानगढ़, पूर्वी चूरू, झुंझुनूं, सीकर, अजमेर, पूर्वी नागौर, पूर्वी जोधपुर, जालौर और सिरोही जिले में कल बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां होगी, कुछ जगह तेज बौछारें भी गिर सकती है।
अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली, धौलपुर, जयपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, झालावाड़, बारां, चित्तौड़गढ़, भिलवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर, डुंगरपुर, प्रतापगढ़ और बांसवाडा जिले में कल कई जगह मध्यम से भारी बारिश देखने को मिलेगी, कुछ जगह अति भारी बारिश भी संभव है। उदयपुर संभाग में कही कही भारी से अति भारी बारिश भी हो सकती है।
उत्तर प्रदेश में भी कल मॉनसून भरपूर सक्रिय रहने वाला है। कल राज्य के मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट, झांसी, और आगरा संभाग के जिलों में कल कई जगह हल्की से मध्यम बारिश होगी, कुछ जगह भारी बारिश और कही कही अति भारी बारिश भी संभव है।
आजमगढ़, अयोध्या, कानपुर, सहारनपुर, मेरठ और अलीगढ़ संभाग के जिलों में कल बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश होगी, कुछ जगह तेज बारिश भी संभव है।
गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन, लखनऊ, बरेली और मोरादाबाद संभाग के जिलों में कल मॉनसून कमज़ोर रहेगा। इन इलाको में कल बिखरी हुई हल्की बारिश देखने को मिल सकती है, कही कही तेज बारिश की भी सम्भावना है।
मध्य प्रदेश में मॉनसून अति सक्रिय रहेगा। कल राज्य के शहडोल, रीवा संभाग के जिलों में अधिकतर जगह मध्यम से भारी बारिश होगी, कुछ जगह अति भारी बारिश, कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश भी हो सकती है।
सागर, जबलपुर, नर्मदा पुरम, भोपाल, इंदौर, निमाड़ और उज्जैन संभाग में भी मानसून पूरा सक्रिय रहेगा। इन इलाकों में कल अधिकतर जगह हल्की से मध्यम बारिश होगी, कुछ जगह भारी बारिश और कहीं-कहीं अति भारी बारिश की प्रबल संभावना है।
ग्वालियर और चंबल संभाग के इलाकों में भी कल बिखरे तौर पर हल्की से मध्यम बारिश होगी, कुछ जगह भारी बारिश की भी प्रबल संभावना बनी हुई है।
आगे क्या:
पूर्वी प्रशांत महासागर में इस साल 2024 में बना सबसे सक्रिय चक्रवाती तूफान यागी कमजोर होकर वियतनाम पर पहुंच चुका है, जो 12 सितंबर को भारत में म्यांमार के रास्ते दस्तक देगा।
इसी के साथ इस समय जो बंगाल की खाड़ी से बनकर आया अति अवसाद का क्षेत्र यानी (DD) Deep Depression उड़ीसा पर बना हुआ है, यह अगले दो दिनों में उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्यप्रदेश के कई इलाकों में अति भारी बारिश देगा।
14 से 15 सितंबर के बीच प्रशांत महासागर से बनकर आया चक्रवर्ती तूफान यागी और बंगाल की खाड़ी से बनकर आया deep depression दोनों एक साथ झारखंड/बिहार पर एक दूसरे में मिल जाएंगे, इसके बाद इस सिस्टम का रुख झारखंड से होते हुए उत्तर प्रदेश और फिर उत्तरी मध्य प्रदेश की तरफ होगा।
इस सिस्टम से बनने से 10 सितंबर से 17 सितम्बर के बीच आगरा, हाथरस, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी, उन्नाव, फतेहपुर, हमीरपुर, जालौन, महोबा, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, झांसी, छतरपुर, ललितपुर, सतना, पन्ना, रीवा और कटनी जिलों में भारी बारिश तांडव की तरह बरसने वाली है तो इन जिलों के निवासी कृपया बाढ़/भारी बारिश से बचने के लिए अपना पुख्ता प्रबंध जरूर रखें।
इसी के साथ-साथ एक पश्चिमी विक्षोभ भी 14 सितंबर को उत्तर भारत को प्रभावित करने वाला है। अगर WD सक्रिय रहा तो यह आगामी LPA/WMLP सिस्टम उत्तर भारत की तरफ खिंचाव कर सकता है नहीं तो यह सिस्टम कमज़ोर होकर मध्य प्रदेश के बाद पूर्वी राजस्थान की तरफ बढ़ जाएगा।
पूर्वी प्रशांत महासागर से एक और चक्रवर्ती हवाओं का क्षेत्र 16 सितंबर के आसपास अंडमान सागर में प्रवेश कर सकता है और उसके बाद दोबारा से उत्तर और मध्य भारत में मानसून सक्रिय होने की उम्मीद है। बता दे कि अभी मानसून के जाने की कोई भी उम्मीद नहीं है हालांकि बारिश में जरूर कमी आएगी लेकिन अभी मानसून नहीं जाएगा।
आगे की जानकारी समय अनुसार दे दी जाएगी।
पोस्ट आल क्रेडिट sahil bhatt